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अपने पूर्व सैनिकों को आतंकी बनाकर भेज रहा है पाकिस्तान

 


स्थानीय युवाओं की आतंकी संगठनों में भर्ती पूरी तरह बंद होने के बाद पाकिस्तान अपने पूर्व सैनिकों को आतंकी बनाकर भेज रहा है। सुरक्षा एजेंसियों के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, जम्मू इलाके में पिछले डेढ़ महीने के आतंकी हमलों में पाकिस्तानी सेना के पूर्व सैनिकों की संलिप्तता के स्पष्ट प्रमाण मिले हैं।



एजेंसियों के अनुसार, लोकसभा चुनाव में कश्मीर घाटी में भारी मतदान के बाद पाकिस्तान हताशा में विधानसभा चुनाव के पहले माहौल खराब करने के लिए जम्मू इलाके में हमलों को अंजाम दे रहा है। चार जून को लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद डेढ़ महीने में नौ आतंकी हमलों में सुरक्षा बलों के 12 जवान मारे गए हैं और 13 घायल हुए हैं।


Jammu Terrorist Attack: अपने पूर्व सैनिकों को आतंकी बनाकर भेज रहा है पाकिस्तान, सुरक्षा एजेंसियों ने किए चौंकाने वाले खुलासे

जम्मू के डोडा में सोमवार देर रात आतंकयों से हुई मुठभेड़ में सेना के पांच जवान बलिदान हो गए। सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों ने बताया कि इन आतंकी हमलों में पाकिस्तानी सेना के पूर्व सैनिकों की संलिप्तता के स्पष्ट प्रमाण मिले हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जम्मू इलाके की भौगोलिक स्थिति आतंकियों के घुसपैठ और घात लगाकर हमला करने में मददगार साबित हो रही है।

BY JAGRAN NEWSEDITED BY: NARENDER SANWARIYATUE, 16 JUL 2024 08:40 PM (IST)
Jammu Terrorist Attack: अपने पूर्व सैनिकों को आतंकी बनाकर भेज रहा है पाकिस्तान, सुरक्षा एजेंसियों ने किए चौंकाने वाले खुलासे
जम्मू इलाके में हो रहे आतंकी हमलों में पाकिस्तानी सेना की संलिप्तता होने के संकेत मिले हैं। (File Photo)

HIGHLIGHTS

  1. सोमवार को डोडा में एक अधिकारी सेमेत 5 जवान बलिदान हुए
  2. पिछले 35 दिन में जम्मू के डोडा क्षेत्र में यह चौथी मुठभेड़ है।
  3. सोमवार को जम्मू और कठुआ जिले में भी संदिग्ध देखे गए।

नीलू रंजन, नई दिल्ली। स्थानीय युवाओं की आतंकी संगठनों में भर्ती पूरी तरह बंद होने के बाद पाकिस्तान अपने पूर्व सैनिकों को आतंकी बनाकर भेज रहा है। सुरक्षा एजेंसियों के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, जम्मू इलाके में पिछले डेढ़ महीने के आतंकी हमलों में पाकिस्तानी सेना के पूर्व सैनिकों की संलिप्तता के स्पष्ट प्रमाण मिले हैं।

सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, लोकसभा चुनाव में कश्मीर घाटी में भारी मतदान के बाद पाकिस्तान हताशा में विधानसभा चुनाव के पहले माहौल खराब करने के लिए जम्मू इलाके में हमलों को अंजाम दे रहा है। चार जून को लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद डेढ़ महीने में नौ आतंकी हमलों में सुरक्षा बलों के 12 जवान मारे गए हैं और 13 घायल हुए हैं।

जम्मू-कश्मीर से जुड़े सुरक्षा एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने स्वीकार किया कि कश्मीर घाटी की तरह से जम्मू इलाके में आतंकियों की मदद करने वाले ओवर ग्राउंट वर्कर के नेटवर्क को ध्वस्त करने में सफलता नहीं मिली है।



डोडा, किश्तवार, पुंछ, रजौरी, रियासी, कठुआ के मुश्किल भौगोलिक इलाकों में पिछले दो दशक में जैश- ए- मोहम्मद और लश्करे तैयबा ने ओवर ग्राउंड वर्कर का नेटवर्क खड़ा किया, जो अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा से आने वाले आतंकियों को कश्मीर घाटी तक पहुंचाने का काम करते थे।



 कश्मीर घाटी के रहने वाले ये ओवरग्राउंड वर्कर जंगलों और दुर्गम इलाकों में छोटे-छोटे घर बना कर रहे हैं। रियासी जिले में हिंदू भक्तों की बस पर गोली चलाने वाले आतंकियों को ऐसे ही ओवर ग्राउंट वर्कर ने मदद की थी। उनके अनुसार, इन ओवर ग्राउंड वर्कर के नेटवर्क को ध्वस्त करना सुरक्षा एजेंसियों की पहली प्राथमिकता है।

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